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Tuesday, November 3, 2015

हमारे बच्चे फिर आएंगे

प्रतिकविता


हमारे बच्चे फिर आएंगे

फासीवादियों
फिर आ चुके हो
और पास आओ
हमारे स्वर दबाने
हमारी कलम कुचलने
हमें
गाली देने
गोली मारने
हमारे बच्चों को ज़िंदा जलाने
याद रहे मगर
स्वर हमारा है
कलम हमारी है
बच्चे भी हमारे है
हम रहे -ना- रहे
बच्चे आएंगे
हमारी कलम लेकर
हमारे स्वर लेकर
तुम भागोगे
आत्मश्लाघा के तुम्हारे
स्वर -व्यंजन
दमन बढ़ाने के
तुम्हारे सारे औज़ार
भोथडे पड़ जाएंगे
भाड़े के तुम्हारे
सैनिंक भी भागेंगे सारे
याद करो
हिटलर कैसे मरा
फिर फिर बताने
हमारे बच्चे फिर आएंगे
 Painting : Amrita Sher-Gil 

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