नींद "अचेत " ध्यान है
कहते हैं नींद "अचेत " ध्यान है और" सचेत " ध्यान , बिन -अभ्यास सम्भब नहीं है. कुछ लोगों का अचेत ध्यान भी मुश्किल से लगता है.नींद की ' गोली ' खानी पड़ती है.एक अभ्यास सा बन जाता है. ध्यान पर ध्यान दिया तो कई जानकारी मिली. तनाव , नाकारात्मक विचार -प्रवाह आदि से उबरने में दवा के साथ ' ध्यान ' मददगार है.चित्त साकारात्मक करने प्रारम्भिक अभ्यास का एक सरल तरीका मिला.
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