हाशिया के किस्से : 015
प्रेमी कौन प्रीति का ?
जेएनयू के उस बंद फेसबुक ग्रुप में किसी रोज़ शिक्षा सक्सेना की टोकाटोकी के बीच पत्रकारों के धंधा -पानी पर गपशप छिड़ गई. मैंने अपने अनुभव बताते हुए कहा : पत्रकार के रूप में कभी -कभी ऐसी न्यूज़ स्टोरी भी फाइल कर देता हूँ कि पूछो मत.उनके किस्से बन जाते है. ऐसी खबर पढ़ पाठकों के होश ठिकाने लग जाते है और फिर मेरे भी. ऐसा ही किस्सा तब हुआ जब मैंने वाडिया घराने के बजट एयर लाइनर गोएयर के लांच क़ी न्यूज़ स्टोरी फाइल क़ी. लांच की प्रेस कॉन्फ्रेंस मुंबई के छत्रपति शिवाजी अन्तर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा के डोमेस्टिक टर्मिनल के हेंगर पहुंचे उसके पहले विमान में ही हुई थी. इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के लिए सीक्यूरिटी, रीफ़्रेशमेंट आदि का ख़ास प्रबंध किया गया था.
मैंने प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद उसके मैनेजिंग डिरेक्टर संग वन-टु-वन बातचीत का जुगाड़ कर लिया था. फिर मेरी स्टोरी ने ऐसी "उड़ान " भरी कि उस रात उसका इस्तेमाल करने वाले अखबारों के सम्पादक समझ ही नहीं पाए कि आखिर प्रीति जिंटा का ' प्रेमी ' है कौन ?
ऋतू राज : सुमन ... कहीं तुम्हारी उसी स्टोरी ने उनकी प्रेम कथा का पटाक्षेप तो नहीं कर दिया ??
मैंने कहा , " नहीं भाई , ये तो पता था की तब प्रीती जिंटा का चक्कर चल रहा है मिस्टर वाडिया से. मुझे क्या पता था कि वह मिस्टर बड़ा नहीं , छोटा भाई है. मैंने चलते -चलते गो एयर के एमडी जेह वाडिया से आखरी सवाल पूछा था , " डिड यू गेट एनी स्पेसल मेसेज फॉर दिस लांच फ्रॉम योर नीयर एन्ड डीयर वंस , मे बी फ्रॉम ए सेलेब ?
ऋतू राज : सुमन ... समझ गया भाई समझ गया ... इस प्रेम कथा के टूटने का राज़ आज समझ गया ... शक का बीज बो दिया तुमने ... तो फिर तो टूटना ही था !!!
मैंने किस्सा आगे सुनाया : जेह वाडिया ने हाँ में जवाब देते हुए अपने मोबाइल पर प्रीति जिंटा से मिला एसएमएस पढ़ कर मुझे सुना दिया . मेरे पूछने पर क्या प्रीती जिंटा को गो एयर का ब्रांड एम्बेसेडर बनाने का कोई इरादा है तो उन्होंने कहा , " बीइंग अ बजट एयरलाइन वी कांट अफ्फोर्ड टु पे हर हेफ्टी अमौन्ट फॉर दिस " .
ऋतू राज : सुमन ... ठीक ही तो है ... प्यार में सौदा नहीं और सौदे में प्यार नहीं !
किस्सा जारी रखते हुए मैंने बताया कि शाम ढले हवाई अड्डे से बाहर निकलते ही मोबाईल फ़ोन से ही अपने कार्यालय फ़ोन कर दो न्यूज़ स्टोरी फाइल कर दी. पहली न्यूज़ स्टोरी एविएशन की थी - गो एयर के कमर्सिअल लांच के विवरण की. दूसरी न्यूज़ स्टोरी ऐसी थी जिसे हम खबरनवीस बॉक्स आइटम कहते हैं - प्रीती जिंटा से " मिस्टर वाडिया " के प्रेम की स्वीकारोक्ति के स्पष्ट संकेत की .बॉक्स आइटम में मैंने गलती से मिस्टर वाडिया ही लिखा था. अखबारों के संपादकों ने अपने-अपने ज्ञान से नाम पूरा लिख दिया .अगले दिन अलग-अलग अखबारों में प्रीती के प्रेमी के नाम अलग -अलग छपे . किसी में जेह , किसी में नेस और एक में तो नुस्ली वाडिया तक छप गया !!!
ऋतू राज : सुमन ... मैं तो शुरू में ही समझ गया था कि तुम्हारी स्टोरी ने ही किया होगा उनके प्रेम में घोटाला ... तीन तीन वाडिया और एक जिंटा !!! टूटनी ही थी यह प्रेम गाथा ...
शिक्षा सक्सेना : वाडिया ने सुपारी नहीं दी किसी को आपको टपकाने के लिए ?
ऋतू राज : शिक्षा ... कौन सा वाडिया ??? सुमन ने तो उन तीनों को ही आपस में उलझा कर रख दिया ... कौन सा वाडिया देता सुपारी ??
·
·शिक्षा सक्सेना : हा , हा
मैंने आगे सुनाया : अगले दिन गो एयर का पीआरओ आया मेरे पास यह जानने कि लिए आया कि माजरा क्या है. मैंने अपनी स्टोरी का प्रिंट आउट दिखा दिया और कहा , " देखो , मैंने तो यही लिखा था ना कि मिस्टर वाडिया ने पहली बार कबूल किया सार्वजनिक रूप से कि प्रीती जिंटा उनकी ' नजदीकी और प्यारी " हैं. मैंने किसी भाई का क्या , उनके बाप तक का नाम तक नहीं लिया। बॉक्स में जो नाम छपे हैं वह मेरी नहीं अखबार वालों क़ी कल्पना है , उन्हें कैसे रोक-टोक सकता हूँ .
शिक्षा सक्सेना : फिर क्या हुआ
मैंने कहा : पीआरओ समझ तो गया. पर बोला आप फ़ोन पर मेरे बॉस से बात कर लो . मैंने पीआरओ के ही मोबाईल फ़ोन से बात कर सब कुछ सच-सच बता दिया . मेरी साफगोई पर वह बहुत खुश हुए और उन्होंने मुझे कुछ दिन बाद गो एयर से फोकट में गोवा जाने -लौटने का टिकट भिजवा दिया। मैं रोब के साथ गोवा गया भी . इसको तुम मुझे ' टपकाने ' क़ी सुपाड़ी कैसे कह सकती हो ?
ऋतू राज : सुमन ... अच्छा ... तो इस प्रेम कथा को समाप्त करने के लिए तुम्हारी मेहनत का तुम्हें इनाम भी दिया गया !!!
शिक्षा सक्सेना : इसका मतलब रिश्ता टूटने से खुश हो गया
ऋतू राज : शिक्षा ... यह भी तो हो सकता है कि बाकी वाडिया खुश ना रहे होँ इस रिश्ते से ...
शैल झा : इस प्रेम कहानी का निष्कर्ष ये है कि जो सच बोलता है उसे गोआ जाने का टिकट मिल जाता है ( सुमन ) , जो घुमा-फिरा के सच बोलता है उसका नाम अखबारों में छपता है ( वाडिया) , जिसकी कोई गलती नहीं उसका नाम भी अखबारों में उछाला जाता है ( जिंटा )
ऋतू राज : शैल ... कौन सा वाडिया ??
मैंने कहा : भाई : सच क्या है नहीं मालूम . बाद में मुझे किसी ने बताया कि वाडिया बंधू क़ी माताश्री - मौरीन को शायद प्रीती पसंद नहीं थी। कहते है वह घर में अपने से ज्यादा ग्लेमरस शख़्श के प्रवेश के खिलाफ थीं .वह बोम्बे डेयिंग के ग्लेमर विंग के कैलेंडर शो -परेड की कर्ता -धर्ता हैं। इस मामले में डॉक्टर विजय माल्या क़ी ' बाप ' हैं .
ऋतू राज : सुमन ... अब यह चौथी वाडिया !!!
शैल झा : ऋतु भाई: वही गो एयरलाइन्स वाला. अब वो कौन है यह मुझे नहीं पता. मैंने तो बस नुस्ली का नाम सुना था.
शिक्षा सक्सेना : अच्छा
शैल झा : सुमन> सेंचुरी अप पर कोई उद्घोषणा नहीं.
ऋतू राज : शैल ... सुमन के साथ रहोगे तो ऐसे ही ऐश करोगे ... आज तुम्हें बैठे बिठाए तीन और वाडिया नाम पता चल गए !!!
शैल झा : ऋतु भाई> सो तो है. लेकिन प्रीटी कहाँ गयी?
मैंने कहा : शैल , आपकी जानकारी के लिए.प्रीति जिंटा का अगर नेस वाडिया से ब्याह हो जाता तो पाकिस्तान के संस्थापक मोहमाद अली जिन्ना के नाती , नुस्ली वाडिया उनके ससुर जी कहलाते .
ऋतू राज : शैल ... सुमन की मेहरबानी हो गयी उसपर ... वह जिंटा की जिंटा ही रह गयी ... वाडिया नहीं बन पायी. अब तो सुमन ने उसे फिल्मों से भी गेट आउट करवा दिया है ... सो टी २० की अपनी टीम पर ही सर पटक रही है !!!
शिक्षा सक्सेना : सेंचुरी + 9 !!!
शैल झा : सुमन> मगर ये हो न सका....
शिक्षा सक्सेना : हाँ
शैल झा : ऋतु भाई> तो ये माना जाए कि सुमन के पत्रकारिता के कारण जिंटा जी का नुकसान हो गया?
मैंने शिक्षा को टोका : स्कोर बोर्ड सही रखा करो. तुमने आज स्वप्ना जी के पोस्ट पर कमेंट्स का गलत गणित जोड़ने के बाद खुर्शीद के भी पोस्ट पर गलत आंकडा दिया। तुमने जिस कमेंट बॉक्स में 109 लिखा वहां 110 हो गया था .
ऋतू राज : शैल ... लगता तो कुछ ऐसा ही है भाई ... नुक्सान हुआ या नहीं यह तो पता नहीं ... लेकिन शादी तो नहीं ही हुई बेचारी की अभी तक !!!
मैंने कहा : शैल , गलती सबसे होती है. मुझसे भी हुई वाडिया -वाडिया के किस्से में. लेकिन मेरे किस्से से उनका कुछ बिगड़ा नहीं.
ऋतू राज : सुमन ... किनका ?? वाडिया या जिंटा ??
शैल झा : सुमन> गलती, अरे ऐसी ही गलतियों से तो जीवन रोचक बन पडता है, वरना क्या हम इस कहानी को जान पाते और क्या मुझे प्रीटी की याद आती?
मैंने कहा : जो कुछ हुआ वह शायद मौरीन और प्रीती जिंटा दोनों के हित में है , संभव ही नहीं है दोनों का एक छत के नीचे रहना .और वाडिया घराने में अभी तक तो ' बँटवारा ' नहीं हुआ है , लोग कहते हैं दीना वाडिया ने हिन्दुस्तान के बंटवारे का दंश झेल कर सख्त ताकीद कर दी थी कि परिवार में बँटवारा ना हो .
ऋतू राज : सुमन ... अब जो भी कहो ... लेकिन बेचारी प्रीटी की शादी में तो लोचा लगाया ही ना तुमने !!! और रही बात बंटवारे की ... तो वह भी होगा ही ... समय चाहे जो लगे ... और ज़रा दोनों भाइयों की शादी हो जाए और बहुएं अपने ससुराल में सेट हो जाएँ ... फिर बंटवारे में देर नहीं लगेगी.
शैल झा : सुमन> बाकी सब तो ठीक ही रहता है लेकिन साझे परिवार में बहुओं को थोड़ा कष्ट रहता है. चलो तो मान लेते हैं कि प्रीटी के लिए भी अच्छा ही हुआ.
ऋतू राज : शैल ... अरे, बहुएं आ जाएँ और ससुराल में सेट हो जाएँ ... फिर साझा बहुत दिनों तक साझा नहीं रहता है भाई ... इसलिए मुझे तो लगता है कि सुमन ने प्रीटी के साथ बहुत बुरा किया !!
मैंने कहा : आई अग्री। शुण्ड हैव फाइल्ड दैट केयरलेस बॉक्स आइटम टू अर्न माय ब्रेड विथ बटर फील सॉरी फॉर दैट. बट आई नो प्रीती इज़ अ ब्रेव लेडी। लोग बोलते हैं बॉलीवुड में एक ही एक ही मर्द है और वह है प्रीती जिंटा ".
ऋतू राज : सुमन ... हाँ, वह है तो दिलेर ... मुंबई माफिया के खिलाफ बयान देने से भी नहीं डरी ... जबकि बड़े बड़े तीस मार खान बिलों में छुप गए थे.
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