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Thursday, July 14, 2016
बाअदब - खुशबख्ती
बाअदब
खुशी में अपनी खुशबख्ती कहाँ मालूम होती है
कफस में जा के कद्रे आशियाँ मालूम होती है
(आनन्द नारायण मुल्ला)
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