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Saturday, August 22, 2015


हाशिये के किस्से : 11


किस्सा एकादशी उद्यापन का



मुझे नहीं पता था कि कौन-कौन से एकादशी व्रत होते हैं. ये भी नहीं पता था कि करीब सौ लोगों के पूर्ववर्ती संयुक्त परिवार में दादी के बाद सिर्फ माँ ने सभी परिजनों के लिए मनोकामना के साथ वर्षों के अपने एकादशी व्रत का उद्यापन भी किया . यह कहने की जरूरत नहीं कि मैं खुद को नास्तिक या आस्तिक क्यों नहीं मानता। 

एकादशी उधापन की कथा छह दिन चली। हर दिन कथा समाप्ति पर आरती के समय मैं माँ को नगद दे देता था और आरती में मिले सभी सिक्के रख कर उनके बदले पंडित जी नगदी थमा देता था.

माँ ने कहा ," ये
अच्छा लगता है.पुत्रदा एकादशी व्रत का पुन्य है . मगर किसी पुत्रवधू , पोत्र , पोत्री के ना आने का दुःख है ' .मैंने हंस कर कहा , " पुत्रवधू एकादशी का प्रावधान क्यों नहीं है ?"  बाद में उन्होंने बताया कि अब कोई दुःख नहीं , सबसे फोन पर बात हो गयी.

बाद में मित्र खुर्शीद अनवर ( अब दिवंगत) ने बताया कि नागार्जुन, रचनावली के खंड चार में सम्मिलित एक उपन्यास में एकादशी उद्यापन का ऊलेख है - शायद वह उनकी एक मैथिलि कृति का हिंदी अनुवाद है.


माँ की ईक्छा के अनुसार अनुष्ठान में कोई आडम्बर नहीं था , ' जनरेटर सेट ' के बजाय पारंपरिक साधनों और सोलर लाईट से काम चलाया गया. उन्होंने सारा खर्च अपनी पेंशन से जुटाया। हाँ , भूदान के लिए पुरखों से मिली भूमि का उपयोग किया गया. एक भूदान स्कूल खोलने के लिए भी किया गया। मुझे लगा कि धार्मिक कृत्य , सामाजिक सरोकार का भी सर्वनाम बन सकता है।

पंडित जी से मिली जानकारी के अनुसार एक तालिका निम्नवत है
एकादशी का नाम : मास : पक्षकामदा एकादशी : चैत्र :शुक्ल
वरूथिनी एकादशी :वैशाख :कृष्ण
मोहिनी एकादशी :वैशाख :शुक्ल
अपरा एकादशी :ज्येष्ठ :कृष्ण
निर्जला एकादशी: ज्येष्ठ :शुक्ल
योगिनी एकादशी :आषाढ़ :कृष्ण
देवशयनी एकादशी : आषाढ़ :शुक्ल
कामिका एकादशी :श्रावण :कृष्ण
पुत्रदा एकादशी : श्रावण :शुक्ल
अजा एकादशी :भाद्रपद: कृष्ण
परिवर्तिनी एकादशी :भाद्रपद :शुक्ल
इंदिरा एकादशी :आश्विन :कृष्ण
पापांकुशा एकादशी :आश्विन :शुक्ल
रमा एकादशी :कार्तिक :  कृष्ण
देव प्रबोधिनी एकादशी :कार्तिक :शुक्ल
उत्पन्ना एकादशी :मार्गशीर्ष :कृष्ण
मोक्षदा एकादशी : मार्गशीर्ष :शुक्ल
सफला एकादशी : पौष :कृष्ण
पुत्रदा एकादशी :पौष :शुक्ल
षटतिला एकादशी :माघ : कृष्ण
जया एकादशी : माघ :शुक्ल
विजया एकादशी :फाल्गुन :कृष्ण
आमलकी एकादशी :फाल्गुन : शुक्ल
पापमोचिनी एकादशी :चैत्र :कृष्ण
पद्मिनी एकादशी :अधिकमास :शुक्ल
परमा एकादशी :अधिकमास : कृष्ण
                                                                    

पंडित जी की कथा में कई रोचक जानकारी मिली। जैसे कि भीम बिन खाए नहीं रह सकते थे पर उनके लिए भी एकादशी व्रत का शास्त्रसम्मत ' उपाय ' कर दिया गया. लेकिन मेरे ये पूछने पर कि डायबिटिक लोग कैसे ये व्रत रख सकेंगे पंडित जी ने कहा , " शास्त्र में इसका वर्णन तो नहीं है !!"

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